फिर मैं ज़रूरी काम से कुछ दिन के लिए अपनी मौसी के घर चला गया. लेकिन मैंने कहा- आप खुद को किसी दूसरे से संतुष्ट करवाओ, ये मुझे मंजूर नहीं है. फिर मैं सोफे पर बैठ गया और रीमा से बोला- आओ माँ, मेरी गोदी में बैठ जाओ। मैं सोचने https://snoopp642qak2.blogdomago.com/profile